Thursday, March 25, 2010

इन्तजार

दुर कही आसमां में जब सूरज ढलता है।
इन्तजार में किसी के ये दिल मचलता है।
जब कभी हमने चा¡द को देखा,
चा¡द में उनकी तस्वीर को देखा,
दिल में उनकी तस्वीर बसाके,
बंद करे हम जब अपनी आ¡खे,
लगता है, जैसे सपनों में आके।
कह जाते वो कुछ पास में आके।
अब तो हर पल इस दिल को,
सिर्फ उनका है, इन्तजार।
कैसे बताए हम उनको,
करते है, हम उनसे कितना प्यार।

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